आईपीसी की धारा 324

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क्या आप जानते है कि जब कभी कोई किसी से साधारण मारपीट कर लेता है तो इसको भारतीय दंड संहिता में अपराध माना गया है |अब अगर यही मारपीट किसी खतरनाक अयुद्धों या साधनों द्वारा हो तब यहाँ IPC की धारा 324 के तहत मुकदमा दर्ज किया जायेगा |

धारा 324 आईपीसी क्या है?

अगर आप इस सेक्शन यानि कि IPC के 325 को आसान भाषा में समझना चाहते हैं, तो इसको ऐसे समझिये मान लीजिये कभी कोई दो व्यक्तियों में आपस में मारपीट या झगड़ा हो जाये तब IPC का सेक्शन 324 बताता है कि अगर कभी साधारण मारपीट के दौरान कोई व्यक्ति किसी को घातक हथियार से जख्मी कर दे तो यह मामला IPC की धारा 324 के अंतर्गत अपराध की श्रेणी में आएगा |

धारा IPC 324 के आवश्यक तत्व

इस प्रकार के मामलों में शिकायतकर्ता के बयान दर्ज होंगे और इसी के आधार पर पुलिस FIR लिखेगी |
अब अगर जिस पर आरोप लगाया है वह दोषी करार दिया जाता है तब उसको अधिकतम 3 वर्ष की कैद हो सकती
है|
यहाँ पर यह भी जानना जरूरी है कि यह अपराध गैर जमानती और समझौता करने योग्य नहीं है | लेकिन बाद में दोनों पक्षों में समझौता हो भी जाए तो FIR को कोर्ट की इजाजत से ही खत्म किया जा सकता है |

आईपीसी की धारा 324 की सजा

IPC की धारा 324 में जब भी किसी आदमी के द्वारा साधारण मारपीट के दौरान कोई व्यक्ति किसी को घातक हथियार से जख्मी कर दे तब यह इसी धारा के अंतर्गत अपराध बनेगा और यही धारा अप्लाई होगी |
इसमें दोषी पाए जाने पर वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि तीन वर्ष तक की हो सकेगी दण्डित किया जायेगा साथ ही आर्थिक दंड भी दिया जाने का प्रावधान है |

क्या यह जमानती और संज्ञेय है?

यह एक गैर जमानती और संज्ञेय अपराध है, इसका अर्थ है कि अगर किसी व्यक्ति द्वारा यह अपराध कारित होता है, तो इसमें तुरंत बेल नहीं होगी ।
आपको बता दें कि इस धारा के अंतर्गत पुलिस किये गए अपराध का संज्ञान ले सकती है क्यूंकि यह संज्ञेय अपराध की श्रेणी में आता है |
शिकायत होने पर पुलिस डायरेक्ट FIR दर्ज करती है, और किए गए अपराध की विवेचना करती है |

संशोधन

भारतीय दंड संहिता में धारा 324 का अपराध बहुत ही गंभीर और बड़ा माना जाता है, क्योंकि इस धारा के अंतर्गत ऐसे व्यक्ति को सजा दी जाती है, जो भारतीय दंड संहिता की धारा 324 के तहत ही किसी खतरनाक हथियार से किसी अन्य व्यक्ति के शरीर को उपहति करने का अपराध करता है|

जिसमें इस अपराध के दोषी को धारा 324 के अनुसार उस अपराध की सजा दी जाती है, और इस धारा के अनुसार एक अपराधी को कारावास की सजा दी जाती है। ऐसे अपराध से किसी भी आरोपी का बच निकलना बहुत ही मुश्किल हो जाता है, इसमें आरोपी को निर्दोष साबित कर पाना बहुत ही कठिन हो जाता है।

ऐसी विकट परिस्तिथि से निपटने के लिए केवल एक वकील ही ऐसा व्यक्ति हो सकता है, जो किसी भी आरोपी को बचाने के लिए उचित रूप से लाभकारी सिद्ध हो सकता है, और अगर वह वकील अपने क्षेत्र में निपुण वकील है, तो वह आरोपी को उसके आरोप से मुक्त भी करा सकता है।

और किसी व्यक्ति द्वारा किसी अन्य व्यक्ति पर किसी खतरनाक हथियार से उपहति के अपराध करने जैसे मामलों में ऐसे किसी वकील को नियुक्त करना चाहिए जो कि ऐसे मामलों में पहले से ही पारंगत हो, और धारा 324 जैसे मामलों को उचित तरीके से सुलझा सकता हो। जिससे आपके केस को जीतने के अवसर और भी बढ़ सकते हैं।

निष्कर्ष

आज हमने आपको यहाँ इस पेज पर IPC की धारा 324 के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी है | यहाँ हमने आपके लिए इस IPC के सेक्शन 324 की सजा, अपराध और जमानत के बारे पूरी चर्चा की है | यदि अभी भी इस धारा से सम्बन्धित कुछ भी प्रश्न या शंका आपके मन में हो या इससे सम्बंधित कोई भी जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो आप हमसे कमेंट बॉक्स के माध्यम से हमें अवगत कराएं |

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